Ao realizar o ritual do Guru Mantra e do Guru Sadhana, o coração gradualmente se torna puro, o medo da morte e outros medos mundanos terminam, todo discípulo deve realizar o ritual do Guru Mantra e do Guru Sadhana em sua vida.
गुरू का पद अत्यन्त गूढ, दुर्लभ एवं देवताओं के भी अप अप्रापgioger देवता भी गुरूत्व के प्रभाव के का marca O que você pode fazer? इसलिये शिष्य को गु गुरू चरणों में तन -मन-धान तीनों प्रकार से समर्पित बने हना चाहिये।।
शिष्य का तात्पर्य देह से नहीं है, शिष्य का तात्पर्य खडे़ होकर हाथ जोडने से नहीं है, शिष्य का तात्पर्य कोई दीक्षा लेने से भी नहीं है। यह तो एक भाव है कि दीक दीक्षा लेकर अपने आपको पूर्ण ूप से गु गुntas
शिष्य के लक्षण, शिष्य का चिन्तन, शिष्य का विचार मधुर होना चाहिये हर क्षण गुरू की आज्ञा का पालन करें किसी भी तर्क या वितर्क में न फ़ंसे। सेवा, समर्पण और श्रद्धा से ही शिष्य लोहे कुन कुन्दन बन सकता है।
गुरू तो हर क्षण ही शिष्य को अपने समक्ष बनाने का प्रयास करते है और इसी कारण से उन्हें स्वयं सर्वप्रथम शिष्य के अनुरूप स्वरूप धारण करना पड़ता है, परन्तु यह शिष्य की अज्ञानता होती है, जो वह गुरू को सामान्य मनुष्य के रूप में देखता है, O que você pode fazer?
तर्क, अविश्वास और कुविचार से व्यक्ति को शिष्य बनने से marca हैं हैं तथा उसे जीवन में जड़ता की अवस्था में फ़ंसाये खते खते हैं। जब व्यक्ति उनसे मुक्त होकर गुरू के सामने प्रस्तुत होता है तभी वह सही अर्थों में शिष्य बन सकता है।
Linha गुरू को शिष्य से कुछ आकांक्षा ही नहीं, केवल प्रेम के अश्रु ही अगर शिष्य उनके चरणों में अर्पित करता है तो गुरू प्रसन्न हो जाते है।
É obrigatório obter Guru Diksha do reverenciado Gurudev antes de realizar qualquer Sadhana ou tomar qualquer outro Diksha. Por favor entre em contato Kailash Siddhashram, Jodhpur NFT`s E-mail , WhatsApp, Telefone or Enviar solicitação obter material de Sadhana consagrado e energizado por mantras e mais orientações,